UMARAAV THARI SURAT PYARI LAAGE LYRICS
उमराव थारी सूरत प्यारी लागै, म्हारा राज,
उमराव थारी सूरत प्यारी लागै, म्हारा राज,
उमराव जी, ओ जी उमराव,
उमराव थारी बोली मीठी लागे, म्हारा राज,
उमराव थारी बोली मीठी लागे, म्हारा राज।
उमराव जी, ओ जी उमराव।
आप झरौखे बैठिया, अलबेला सरदार,
हाजर रहवे गौरड़ी कर सोळा सिणगार,
ओ जी उमराव, थारी बोली मीठी लागे म्हारा राज,
उमराव थारी बोली मीठी लागे, म्हारा राज।
उमराव जी, ओ जी उमराव।
चार कूँट की बावड़ी, जयामें शीतल नीर,
आपां रळ मिल न्हावस्यां, नणदल बाई रा बीर,
उमराव थारी चलगत प्यारी लागे म्हारा राज,
ओ जी उमराव, थारी बोली मीठी लागे म्हारा राज,
उमराव थारी बोली मीठी लागे, म्हारा राज।
उमराव जी, ओ जी उमराव।
चाँदी को एक बाटको, ज्यामें भूरा भात,
हुकुम देवों सरकार थे, जीमां दोन्यूं साथ,
अजी सिरकार थाने, पंखियों ढुळाऊँ म्हारा राज,
ओ जी उमराव, थारी बोली मीठी लागे म्हारा राज,
उमराव थारी बोली मीठी लागे, म्हारा राज।
उमराव जी, ओ जी उमराव।
पीव आया परदेस से, जाजम देइ बिछाय,
तन मन की फेर पुछस्यां, हिवड़े ल्यो लिपटाय,
ओ जी हुकुम करो तो धण, थारी हाजर है म्हारा राज,
ओ जी उमराव, थारी बोली मीठी लागे म्हारा राज,
उमराव थारी बोली मीठी लागे, म्हारा राज।
उमराव जी, ओ जी उमराव।