SUKHE BAAG HARE HO GAYE EK DHUNA LAANE TE LYRICS-NARESH SHEORAN
छाई जोगर तै खुशहाली,
छाई जोगर ते खुशहाली,
एक बाबा के आणे तै,
सुख्खे बाग़ हरे होग्ये,
एक धूणा लाने तै,
उस बाबा की सारी सुण ले,
तन्ने सुणा दूँ कहाणी,
जोहड़ (तालाब) पड़्या था सूखा बेबे,
भर ग्या उसमे पाणी,
होई सबकी मीठी वाणी,
उसका ध्यान लगाणे तै,
नहीं ऐकले आये नाथ जी,
पूरी ज़मात ये ल्या रे,
नहीं ऐकले आये नाथ जी,
पूरी ज़मात ये ल्या रे,
उसका कहण पुगावै साधू,
जितने भी थे सारे,
मिट ज्या संकट म्हारें,
तन्ने पराक मारे तै,
सुख्खे बाग़ हरे होग्ये,
एक धूणा लाने तै,
सुख्खे बाग़ हरे होग्ये,
एक धूणा लाने तै,
सतसंग हो रह्या नाथां का,
उड़े बांटण हाथां चाळा,
नाथां की वो महिमा गावै,
“बाजी खेड़ी” (⭐⭐⭐लेखक) आळा,
ये नरेश भदपुर आळा,
खुश हो ज्या गा गाणे तै,
सुख्खे बाग़ हरे होग्ये,
एक धूणा लाने तै,
सुख्खे बाग़ हरे होग्ये,
एक धूणा लाने तै,