MERE TE BOLE MAT NA BHOLE MANNE TERI KATTA KAAT DI LYRICS
मेरे ते बोले मत ना भोळे मन्ने तेरी कट्टा काट दी लिरिक्स
Mere Te Bole Mat Na Bhole Manne Teri Katta Kaat Di Lyrics
Shiv Bhajan Lyrics in Hindi : Hariyanavi Shiv Bhajan Lyrics
Shiva Bhardwaj | Muskan Thakur
चाल रे गौरा डुबकी लावें गंगा घाट की,
मेरे ते बोले मत ना भोळे, मन्ने तेरी कट्टा काट दी, (नाराज होना)
हो सिमर डौर के नंदी लेकर रोज बता कित्ते जावे सै,
सामण (सावन ) का महीना रे गौरा भगतां संग रंग आवे सै,
मैं भी देखणा चाहूँ, मस्ती गंगा घाट की,
मेरे ते बोले मत ना भोळे, मन्ने तेरी कट्टा काट दी,
जिथ भी जाऊँ गौरा रे संग जावण की ज़िद ल्यावे तू,
तेरे संग में ब्याही भोळे, मत ना मन्ने सतावे तू,
भंग घोटण बोली, तू क्याकर (कैसे) नाट गी,
मेरे ते बोले मत ना भोळे, मन्ने तेरी कट्टा काट दी,
शिवा लोहारी आले ने भी गंगाजल उठाया सै,
महेश श्यामडी ने गंगा में गोता ल्याया सै,
भांग घोट के प्या दूँ रे तन्ने मेरे हाथ की,
मेरे ते बोले मत ना भोळे, मन्ने तेरी कट्टा काट दी,
बूढ़ा सा नंदी तेरा यो कित की सैर करावेगा,
सारा हरिद्वार, ऋषिकेश तन्ने लीलकण्ठ ले जावेगा,
तेरी मेरी जोड़ी भोळे कत्ति ठाठ की,
मेरे ते बोले मत ना भोळे, मन्ने तेरी कट्टा काट दी,