MAN KI BAAT BATA DE GURUJI BUJHU KATI AKELE ME LYRICS
मन की बात बता दे गुरूजी, बुझूं कती अकेले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
मन की बात बता दे गुरूजी, बुझूं कती अकेले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
एक मंदिर, मंदिर में मूरत लागे प्यारी जी,
उस मूरत में शक्ति चुप रही, सब देवा ते न्यारी जी,
उस बाबा का नाम बता दे जो है संकट हारी जी,
रामपुजारी संकट हारी, बजरंगी बलकारी जी,
रामपुजारी संकट हारी, बजरंगी बलकारी जी,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
मन की बात बता दे गुरूजी, बुझूं कती अकेले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
उस गेल लायक बाबा दिखे, गळ तुलसी की माला स,
भगवा बाणा उस साधू का संत समाधि आळा स,
इक मूरत और दिखे से हो तन पे वस्त्र काळा स,
जिसने भैरव बाबा कहते जो जग का रखवाला स,
जिसने भैरव बाबा कहते जो जग का रखवाला स,
भैरव पे ना तेल चढ़े यो समझे ना तू शैले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
धोले बाळा आळा दिखे मन्ने बता के काम इका,
सबके संकट काटे स और प्रेतराज स नाम इका,
पहाड़ी दिखे देवी दिखे, खोलो भेद तमाम इका,
तीन पहाड़ पे माँ काळी स, सबसे न्यारा धाम इका,
तीन पहाड़ पे माँ काळी स, सबसे न्यारा धाम इका,
संकट काटे दे किलकारी , छोड्डे नहीं झमेले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
मन की बात बता दे गुरूजी, बुझूं कती अकेले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,
मन की बात बता दे गुरूजी, बुझूं कती अकेले में,
के बुझेगा के तेरे मन में, भरम तोड़ ड्यू चेले मैं,