KAR KIRAPA APNAI BHAKTI LAAYE LYRICS SHABAD
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए,
अपनी भगति लाए।
किता लोड है, सो प्रभ वो है,
तुझ बिन दूजा, नाहीं कोय,
तुझ बिन दूजा, नाहीं कोय,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए,अपनी भगति लाए।
जो जन सेवे, तिस पूरण काज,
जो जन सेवे, तिस पूरण काज,
दास अपने की, राखो लाज,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए,अपनी भगति लाए।
तेरी शरण पूरण दयाला,
तुझ बिन कव न, करे प्रथपाला,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए।
जल थल महिअल, रहिया भरपूर,
निकट बसे, नाहीं प्रभ दूर,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए।
लोक पतियारे, कछु ना पाइए,
साँच लगे तां, हो में जाइए,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए।
जिसनूं लाए, लहे सो लागे,
ज्ञान रतन अंतर तिस जागे,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए।
दुरमत जाए, भरम पग पाए,
गुर प्रसादी नाम ते आए,
गुर प्रसादी नाम ते आए,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए।
दोए कर जोड़, करूँ अरदास,
धूध पावे ता, आने रास,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए, अपनी भगति लाए।
जन नानक सदा धियाए,
कर कृपा अपनी, भक्ति लाए,
अपणी भक्ति लाए,
अपनी भगति लाए।