JHILMIL TARA RI CUNADI UDHAVE BHAI LYRICS
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
उढ़ावे भाई, जी उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
मायरे री शुभ बेला में, मङ्गल गीत सुनावा जी,
मायरे री शुभ बेला में, मङ्गल गीत सुनावा जी,
भात भरण न भाई भतीजा,
भात भरण न भाई भतीजा, भावज आयी,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
पीहर सूं चुनड़ लेके बीरो म्हारो आयो जी,
पीहर सूं चुनड़ लेके बीरो म्हारो आयो जी,
सास ननद ई चुनड़ी ने,
सास ननद ई चुनड़ी ने, खूब सराई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
वंश बढे म्हारे बाबुल को, जुग जुग जीवे भाई जी,
वंश बढे म्हारे बाबुल को, जुग जुग जीवे भाई जी,
सौरभ मधुकर आँख्या म्हारी,
सौरभ मधुकर आँख्या म्हारी, भर भर आयी,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
उढ़ावे भाई, जी उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री,
झिलमिल तारां री या चुनड़ी, उढ़ावे भाई,
झिलमिल तारां री,