DARSHAN DEEJE KHOL KIWAR LYRICS
दरसन दीजै, दरसन दीजो,
दरसन दीजे, खोल किवार,
तुझ बिन सूरत करे को मेरी,
तुझ बिन सूरत करे को मेरी,
दरसन दीजे, खोल किवार,
दरमादे ठाढे दरबार,
दरसन दीजो खोल किवार,
दरसन दीजो खोल किवार।
तुम धन धनी उदार त्यागी,
श्रवणन सुनियत सुजस तुम्हार,
तुम धन धनी उदार त्यागी,
श्रवणन सुनियत सुजस तुम्हार,
माँगों काही रंक सब देखूँ,
जाचक मंगे दान,
दे प्यारिया,
देवण हार दातार,
मैं नित चितारिया,
निखुट ना जाए मूल,
अतुल भण्डारिया,
नानक शब्द अपार,
तिन सब किछ सारिया,
माँगों काही रंक सब देखूँ,
तुम ही ते मेरौ निस्तार,
दरसन दीजो खोल किवार,
दरसन दीजो खोल किवार।
जैदेऔ नामा बिप सुदामा,
तिन कौ कृपा भई है अपार,
जैदेऔ नामा बिप सुदामा,
तिन कौ कृपा भई है अपार,
कहे कबीर तुम समर्थ दाते,
चार पदार्थ देत ना बार,
दरसन दीजो खोल किवार,
दरसन दीजो खोल किवार।
ਦਰਸਨੁ ਦੀਜੈ ਖੋਲਿ ਕਿਵਾਰ॥
ਤੁਝ ਬਿਨੁ ਸੁਰਤਿ ਕਰੈ ਕੋ ਮੇਰੀ,
ਦਰਸਨੁ ਦੀਜੈ ਖੋਲ਼ੇ ਕਿਵਾਰ॥
ਦਰਮਾਦੇ ਠਾਢੇ ਦਰਬਾਰਿ ॥
ਤੁਮ ਧਨ ਧਨੀ ਉਦਾਰ ਤਿਆਗੀ,
ਸ੍ਰਵਨ ਸੁਨੀਅਹੁ ਸੁਜਸੁ ਤੁਮਾਰ ॥
ਮਾਗਉ ਕਾਹਿ ਰੰਕ ਸਭ ਦੇਖਉ,
ਤੁਮ ਹੀ ਤੇ ਮੇਰੋ ਨਿਸਤਾਰੁ ॥
ਜੈਦੇਉ ਨਾਮਾ ਬਿਪ ਸੁਦਾਮਾ,
ਤਿਨ ਕਉ ਕ੍ਰਿਪਾ ਭਈ ਹੈ ਅਪਾਰ ॥
ਕਹਿ ਕਬੀਰ ਤੁਮ ਸਮਰੱਥ ਦਾਤੇ,
ਚਾਰਿ ਪਦਾਰਥ ਦੇਤ ਨ ਬਾਰ ॥